हरियाणा की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पिछले दो चुनावों से सत्ता में है। 2014 और 2019 में बीजेपी ने हरियाणा में सरकार बनाई, लेकिन 2024 के चुनावों में क्या पार्टी तीसरी बार अपनी जीत दोहरा पाएगी? यह सवाल हरियाणा के राजनीतिक गलियारों में गूंज रहा है। आइए जानते हैं कि इस बार बीजेपी के सामने क्या चुनौतियाँ हैं और उसकी संभावनाएँ क्या हैं।
1. हरियाणा में बीजेपी की सरकार का इतिहास
हरियाणा में बीजेपी ने पहली बार 2014 के चुनावों में बहुमत हासिल किया और मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री बने। 2019 में पार्टी ने फिर से जीत हासिल की, लेकिन इस बार उसे जननायक जनता पार्टी (JJP) के साथ गठबंधन करके सरकार बनानी पड़ी। अब, 2024 में बीजेपी तीसरी बार सत्ता में आने का प्रयास कर रही है।
2. क्या बीजेपी को फायदा देगा विकास का एजेंडा?
बीजेपी का मुख्य चुनावी मुद्दा हमेशा विकास रहा है। मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में हरियाणा में कई विकास योजनाओं की शुरुआत की गई है, जिनमें सड़क, स्वास्थ्य, और शिक्षा क्षेत्र में सुधार के बड़े कदम उठाए गए हैं। ये योजनाएं बीजेपी के लिए 2024 के चुनावों में एक सकारात्मक मुद्दा बन सकती हैं।
3. जातीय समीकरण और चुनौतियाँ
हरियाणा की राजनीति में जातीय समीकरण हमेशा से महत्वपूर्ण भूमिका निभाते आए हैं। जाट और गैर-जाट समुदायों के बीच संतुलन बनाना किसी भी पार्टी के लिए चुनौतीपूर्ण होता है। 2016 में हुए जाट आंदोलन के बाद बीजेपी को जाट वोटों को साधने में मुश्किलें आईं थीं। 2024 के चुनावों में बीजेपी को यह देखना होगा कि वह जाट और गैर-जाट वोटों के बीच कैसे संतुलन बनाती है।
4. विपक्ष की स्थिति और चुनौतियाँ
कांग्रेस और इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) बीजेपी के मुख्य प्रतिद्वंदी हैं। हाल के दिनों में कांग्रेस ने अपने संगठन को मजबूत किया है, जबकि INLD अभी भी विभाजन और आंतरिक कलह से जूझ रही है। विपक्षी पार्टियों के मजबूत होते संगठन से बीजेपी को कड़ी टक्कर मिल सकती है।
5. किसान आंदोलन का प्रभाव
किसान आंदोलन ने बीजेपी की राजनीतिक स्थिति पर असर डाला था। हरियाणा में कृषि एक बड़ा मुद्दा है, और किसान आंदोलन के चलते बीजेपी को कुछ हिस्सों में नाराजगी का सामना करना पड़ा। हालांकि, पार्टी ने किसान योजनाओं और सुधारों के जरिए इस नाराजगी को कम करने का प्रयास किया है।
6. गठबंधन की राजनीति
2019 में बीजेपी ने JJP के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। 2024 में भी गठबंधन की राजनीति महत्वपूर्ण होगी। JJP के साथ रिश्तों को कैसे संभालती है बीजेपी, यह आने वाले चुनावों के लिए निर्णायक हो सकता है।
7. क्या कहती हैं सर्वे और राजनीतिक विशेषज्ञ?
कुछ सर्वे में बीजेपी की स्थिति मजबूत दिख रही है, लेकिन यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि चुनावी नतीजे कई बार सर्वे से अलग होते हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि अगर बीजेपी अपनी रणनीति में कोई बड़ी गलती नहीं करती, तो वह तीसरी बार भी हरियाणा की सत्ता में वापसी कर सकती है।
निष्कर्ष
हरियाणा में तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनने की संभावनाएँ काफी हद तक जातीय समीकरण, विकास योजनाओं और गठबंधन की राजनीति पर निर्भर करेंगी। विपक्षी दलों की रणनीतियाँ और किसान आंदोलन जैसे मुद्दे भी अहम भूमिका निभाएंगे।
2024 के चुनावों में बीजेपी का प्रदर्शन यह तय करेगा कि हरियाणा की जनता तीसरी बार भी उसी पार्टी को सत्ता सौंपती है या नहीं।